सफलता का मंत्र ! Mantra of Success [ Hindi Motivational Stories ] - Sabse Aasan

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Saturday, May 09, 2015

सफलता का मंत्र ! Mantra of Success [ Hindi Motivational Stories ]

सफलता का मंत्र ! Mantra of Success [ Hindi Motivational Stories ]एक मनुष्य ने कही से सुन रखा था की कई ऐसे गुप्त मन्त्र हैं, जिनका जाप करके सिद्धि प्राप्त कर लिया जाये तो कई अनगिनत काम किये जा सकते हैं ! उसने कई गुरुओं की खोज की परन्तु कोई उसे जमा नहीं. एक जगह उसे धैर्यवान साधू से मुलाकात हुई, उन्होंने उसका गुरु बनने और उसे शिक्षा-दीक्षा देने की स्वीकृति दे दी ! उसे बता दिया गया कि एक मन्त्र दिया जाएगा जिसका उच्चारण करने पर वह मंत्र समय आने पर सिद्ध हो जाएगा ! श्रद्धा और विश्वास से ही उसे सिद्ध किया जा सकेगा और उसका निष्ठापूर्वक जप करना होगा और उसे गुप्त रखना होगा. ! उसे गायत्री मन्त्र की दीक्षा दे दी गयी !

वह व्यक्ति अपने गुरु के पास रहकर मन्त्र का जप करने लगा, उसके मन को शांति मिली ! एक दिन वह नदी के किनारे गया तो देखा की बहुत सारे लोग पीले वस्त्र धारण किये गायत्री मन्त्र का उच्चारण जोर जोर से कर रहे हैं ! वह सोचने लगा आखिर इस मन्त्र में गुप्त क्या है ? थोड़ी देर बाद वह फिर आगे बढ़ा और नगर में पहुच गया तो वहां देखा जगह-जगह गायत्री मंत्र लिखे हुए हैं ! रास्ते में एक दुकान मिली जहाँ गायत्री पर ढेरों किताबे थीं ! वह अपने को ठगा महसूस करने लगा ! उसे लगा, गुरु जी ने बहका दिया ! एक ऐसा साधारण मन्त्र, जिसकी सबको जानकारी है, उसे दे दिया ! इन संदेहों के साथ वह वापस गुरु जी के पास अपनी शिकायत लेकर पंहुचा !


उतावले शिष्य को गुरु जी ने तुरंत तो शांत कर दिया पर उसे अगले दिन आने को कहा ! वह अगले दिन गया तो गुरूजी ने उसे एक हीरा दिया और उसे इस हीरे को एक महाजन (moneylender), एक सब्जी वाले, एक किराना दुकान (general store) वाले और एक जौहरी (Jeweler) के पास ले जाकर उसका मूल्य पता करने को कहा. और कहा की जो जो भी इसका मूल्य होगा वह उसे लिखकर हीरा वापस लेकर आये.

सब्जी वाले ने उसका मूल्य 5 किलो साग (Green Vegetable) रखा, महाजन ने उसका मूल्य 100 रूपये रखा, किराने वाले ने 10 रूपये, और जौहरी ने 10000 रूपये दाम लगाये. जब वापस वह गुरूजी के पास पंहुचा तो गुरूजी ने कहा, "यही तुम्हारे प्रश्नों का उत्तर है. एक ही वस्तु को सबने अपने-अपने बुद्धि के हिसाब से आँका. तुम्हे यह मन्त्र साधारण लगता है क्योंकि तुमने इसे साधारण मान लिया" इसे सब जानते हैं पर इसका असली मूल्य जानना सबके लिए संभव नही है. जो गुप्त तत्व जान लेता है वह श्रद्धा के अनुसार इसका लाभ उठा लेता है. शिष्य को सारी बातें समझ में आ गयी. वह पुरे विश्वास के साथ गायत्री मंत्र की साधना में जुट गया !



मित्रों हमारे जीवन में भी अक्सर ऐसा होता है, हर व्यक्ति को चाहे वो दुनिया का सबसे अमीर हो या फिर गरीब हो हमें 24 घंटे का समय रोज मिलता है। ये हमारे ऊपर निर्भर करता है कि हम इसे साधारण समझ कर इस समय को व्यर्थ गवाएं या फिर इसे बहुमूल्य समझ कर इस समय का सही और उचित कार्यों में इस्तेमाल करें।







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