Anmol Vachan - Bhagwan Buddha Hindi - Sabse Aasan

Breaking

Home Top Ad

Responsive Ads Here

Post Top Ad

Responsive Ads Here

Wednesday, December 31, 2014

Anmol Vachan - Bhagwan Buddha Hindi

http://hindisafetricks.blogspot.com/2015/05/anmol-vachan-bhagwan-buddha-hindi.html
Anmol Vachan - Bhagwan Buddha Hindi

]|I{•------» [ चतुराई से जीने वाले लोगों को मौत से भी डरने की जरुरत नहीं है | ] «------•}I|[
-गौतम बुद्ध

]|I{•------» [ घृणा, घृणा करने से कम नहीं होती, बल्कि प्रेम से घटती है, यही शाश्वत नियम है | ] «------•}I|[
-गौतम बुद्ध

]|I{•------» [ वह व्यक्ति जो 50 लोगों को प्यार करता है, 50 दुखों से घिरा होता है, जो किसी से भी प्यार नहीं करता है उसे कोई संकट नहीं है | ] «------•}I|[
-गौतम बुद्ध

]|I{•------» [ स्वास्थ्य सबसे महान उपहार है, संतोष सबसे बड़ा धन तथा विश्वसनीयता सबसे अच्छा संबंध है| ] «------•}I|[
-गौतम बुद्ध

]|I{•------» [ क्रोध करना, किसी और पर फेंकने के इरादे से एक गर्म कोयला अपने हाथ में रखने की तरह है, जो तुम्ही को जलाता है | ] «------•}I|[
-गौतम बुद्ध

]|I{•------» [ आप चाहे कितने भी पवित्र शब्दों को पढ़ या बोल लें, लेकिन जब तक उनपर अमल नहीं करते उसका कोई अथॅ /फायदा नहीं है | ] «------•}I|[
-गौतम बुद्ध

]|I{•------» [ मनुष्य का दिमाग ही सब कुछ है, जो वह सोचता है वही वह बनता है | ] «------•}I|[
-गौतम बुद्ध

]|I{•------» [ जीभ एक तेज चाकू की तरह बिना खून निकाले ही मार देती है | ] «------•}I|[
-गौतम बुद्ध

]|I{•------» [ सत्य के रस्ते पर कोई दो ही गलतियाँ कर सकता है, या तो वह पूरा सफ़र तय नहीं करता या सफ़र की शुरुआत ही नहीं करता | ] «------•}I|[
-गौतम बुद्ध

]|I{•------» [ हजारों दियो को एक ही दिए से, बिना उसके प्रकाश को कम किये जलाया जा सकता है | ख़ुशी बांटने से ख़ुशी कभी कम नहीं होती अपेतु बढ़ती है | ] «------•}I|[

-गौतम बुद्ध

]|I{•------» [ तीन चीजों को लम्बी अवधि तक छुपाया नहीं जा सकता, सूर्य, चन्द्रमा और सत्य | ] «------•}I|[
-गौतम बुद्ध

]|I{•------» [ शारीर को स्वस्थ रखना हमारा कर्त्तव्य है, नहीं तो हम अपने दिमाग को मजबूत अवं स्वच्छ नहीं रख पाएंगे | ] «------•}I|[
-गौतम बुद्ध

]|I{•------» [ हम आपने विचारों से ही अच्छी तरह ढलते हैं; हम वही बनते हैं जो हम सोचते हैं| जब मन पवित्र होता है तो ख़ुशी परछाई की तरह हमेशा हमारे साथ चलती है | ] «------•}I|[
-गौतम बुद्ध

]|I{•------» [ अपने उद्धार के लिए स्वयं कार्य करें. दूसरों पर निर्भर नहीं रहें | ] «------•}I|[
-गौतम बुद्ध


★·.·´¯`·.·★ यदि आपके पास нιndι में कोई arтιcle, ιnѕpιraтιonal ѕтory या जानकारी है जो आप हमारे साथ ѕнare करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ e-мaιl करें. हमारी ιd है:Thakurmail4u@gmail.com .पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ pυвlιѕн करेंगे. тнanĸѕ! ★·.·´¯`·.·★




•._.••´¯``•.¸¸.•`  `•.¸¸.•´´¯`••._.••._.••´¯``•.¸¸.•`  `•.¸¸.•´´¯`••._.••._.••´¯``•.¸¸.•`  `•.¸¸.•´´¯`••._.•

No comments:

Post a Comment

Post Bottom Ad

Responsive Ads Here

Pages